Guest guest Posted April 20, 2009 Report Share Posted April 20, 2009 जय गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ, सदगà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ ने शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° के रहसà¥à¤¯ को उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ बताया था की ये यनà¥à¤¤à¥à¤° समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है,शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• इस यनà¥à¤¤à¥à¤° में समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ देवशकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की अवसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ होती है .सामानà¥à¤¯ साधको के लिठजहा ये लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€,समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ ,सरसà¥à¤µà¤¤à¥€,शोà¤à¤¾ और समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ का सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ है वही उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ साधको और सिदà¥à¤§à¥‹à¤‚ के मधà¥à¤¯ इसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कà¥à¤‚डलिनी जागरण और सरà¥à¤µ तंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की सिदà¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ का रहसà¥à¤¯ à¤à¥€ छà¥à¤ªà¤¾ हà¥à¤† है . सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ à¤à¥€ यदि à¤à¤• निषà¥à¤ ता के साथ की गयी इनकी साधना à¤à¥€ साधक के तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿ या आजà¥à¤žà¤¾ चकà¥à¤° को सà¥à¤ªà¤‚दित कर छठी इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯ को जागà¥à¤°à¤¤ कर देती है . परमà¥à¤¬à¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¥à¤¸à¥à¤µà¤°à¥à¤ªà¤¿à¤¨à¤¿ आदि पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¤à¤¿à¤®à¤¯à¥€ देवी à¤à¤—वती महातà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¸à¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¥€ का ये निवास-सà¥à¤¥à¤² व रथ है. येही वो समरà¥à¤¥ यनà¥à¤¤à¥à¤° है जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समसà¥à¤¤ देवों की आराधना किया जा सकता है. सà¤à¥€ वरà¥à¤£-समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ का मानी शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤• ये यनà¥à¤¤à¥à¤° है . ९ चकà¥à¤°à¥‹à¤‚ से बने इस यनà¥à¤¤à¥à¤° में ४ शिव चकà¥à¤° ,५ शकà¥à¤¤à¤¿ चकà¥à¤° होते हैं. इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° इस यनà¥à¤¤à¥à¤° में ४३ तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£,२८ मरन सà¥à¤¥à¤¾à¤¨,और २४ संधियाठहोती हैं.३ रेखाओं कà¥à¤° मिलन सà¥à¤¥à¤² को मरà¥à¤® और २ रेखाओं की मिलन सà¥à¤¥à¤² को संधि कहते हैं. सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ यनà¥à¤¤à¥à¤° की पà¥à¤°à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा ३ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से होती है...........१.चर- इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित यनà¥à¤¤à¥à¤° पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ से सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾à¤‚तर किया जा सकता है .२.अचर-à¤à¤¸à¤¾ यनà¥à¤¤à¥à¤° उठाया नहीं जा सकता ३.धारणीय -à¤à¤¸à¤¾ यनà¥à¤¤à¥à¤° धारण किया जाता है केवल पूजन के लिठही इसे उतारा जाता है . बनावट की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ ये तीन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के होते हैं हाठये अलग बात है की इन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के कई उपपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¥€ होते हैं पर वे यहाठविसà¥à¤¤à¤¾à¤° à¤à¤¯ से उलà¥à¤²à¥‡à¤–ित नहीं किये जा रहे हैं.१. à¤à¥à¤ªà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¥€à¤¯ -समतल पà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ पर उकेरे हà¥à¤ यनà¥à¤¤à¥à¤°.२. कचà¥à¤›à¤ª -पृषà¥à¤Ÿ - कछà¥à¤ की पीठकी तरह उà¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ यनà¥à¤¤à¥à¤°.३. सà¥à¤®à¥‡à¤°à¥ -परà¥à¤µà¤¤ की तरह उà¤à¤°à¥‡ हà¥à¤. यनà¥à¤¤à¥à¤° का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कई ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ या धातà¥à¤“ं पर होता है जैसे तामà¥à¤° पतà¥à¤° पर उतà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤°à¥à¤£ यनà¥à¤¤à¥à¤° निमà¥à¤¨ माना जाता है,रजतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤° पर माधà¥à¤¯à¤®, सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ पर उतà¥à¤¤à¤®, सà¥à¤«à¤Ÿà¤¿à¤• पर शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤Ÿ, और पारद पर सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤Ÿ कहलाता है .वैसे à¤à¥€ कहा गया है की पारद के सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ मातà¥à¤° से बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ का दोष à¤à¥€ समापà¥à¤¤ हो जाता है .और पारद के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° वामà¥à¤¤à¤‚तà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित होकर अदà¥à¤à¥à¤¤ लाठदेता है और अनंत काल तक चैतनà¥à¤¯ व पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤•à¤¾à¤°à¥€ होता है वासà¥à¤¤à¥ दोष निवारण व शà¥à¤°à¥€ की सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€à¤¤à¥à¤µà¤¤à¤¾ के लिà¤. वैसे à¤à¥€ पारद शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° के लिठसाधनातà¥à¤®à¤• मंतà¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤ रखा जाता है जिसका सामानà¥à¤¯ जप à¤à¥€ विलकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ देता है .शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ व आकृति का रहसà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ समरà¥à¤¥ गà¥à¤°à¥ ही कर सकते हैं कà¥à¤¯à¥‚ंकि ये सिदà¥à¤§ सूत निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के दà¥à¤°à¥à¤²à¤ रहसà¥à¤¯ को अपने अंक में समेटे हà¥à¤ हैं और हाठये हमारा सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ ही होगा यदि हम इस यनà¥à¤¤à¥à¤° को पूरà¥à¤£ तांतà¥à¤°à¤¿à¤• विधि से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित करवा कर अपने अनà¥à¤¦à¤° वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤° से इसकी à¤à¤•à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¤à¤¾ कर सकें और सदगà¥à¤°à¥‚ से कà¥à¤‚डली विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿà¤¨ के दà¥à¤°à¥à¤²à¤ रहसà¥à¤¯ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकें तो. आपका ही ****ARIF**** Now surf faster and smarter ! Check out the new Firefox 3 - Edition * Click here! Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Recommended Posts
Join the conversation
You are posting as a guest. If you have an account, sign in now to post with your account.
Note: Your post will require moderator approval before it will be visible.