Guest guest Posted January 5, 2009 Report Share Posted January 5, 2009 पà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ ,         जय गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ,    साधना जगत में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मंतà¥à¤° और उनके बीज मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• महतà¥à¤¤à¥à¤µ है . इस शà¥à¤°à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¿ में सà¤à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का उदà¥à¤à¤µ बीज मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही होता है . जहाठमंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का जप व उनकी अनà¥à¤·à¥à¤ ान विधि कहीं जटिल होती है वाही पर बीज मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤—िक अनà¥à¤·à¥à¤ ान कहीं सरलतम होता है और सरल होता है उनका उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£, सà¤à¥€ बीज मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में 'कà¥à¤²à¥€à¤‚' बीज की अपनी à¤à¤• अलग ही महतà¥à¤¤à¤¾ है .      कà¥à¤²à¥€à¤‚ बीज मनà¥à¤¤à¥à¤° माया बीज है और इस शà¥à¤°à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¿ में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ सà¤à¥€ पास इसीके अंतरà¥à¤—त आते हैं यही कारण है की यदि à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° इसी बीज को सिदà¥à¤§ कर लिया जाठतो मनà¥à¤·à¥à¤¯ अषà¥à¤Ÿ-पाशों से मà¥à¤•à¥à¤¤ हो जाता है . और इसकी पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤—िक विधि à¤à¥€ सरलतम है. कागज के à¤à¤• चौकोर टà¥à¤•à¥œà¥‡ पर काले रंग से कà¥à¤²à¥€à¤‚ लिख लें और बाकि बचे हà¥à¤ हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ को लाल रंग से à¤à¤° दे, कागज को अपनी आà¤à¤–ों के बराबर उचाई पर चिपका दे और २ -३ फिट की दूरी से उस बीज को १०-१५ मिनट तक अपलक देखें. देखते समय आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• रूप से " ॠकà¥à¤²à¥€à¤‚ नमः " का जप करे यही जप आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• दरà¥à¤¶à¤¨ के समय à¤à¥€ करना है फिर चाहे वो कà¥à¤²à¥€à¤‚ बीज की सिदà¥à¤§à¤¿ किसी à¤à¥€ कारà¥à¤¯ के लिठकà¥à¤¯à¥‚ठन की जा रही हो .à¤à¤• बात का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें की यह तà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ नही है कà¥à¤¯à¥‚ंकि तà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¤• दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नेतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की वेधन कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤ˆ जाती है . पर इसमे आप उस बीज मनà¥à¤¤à¥à¤° का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— विशेष सिदà¥à¤§ करते हैं , १५ मिनट के बाद आप आंखे बंद करके उस बीज का आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करे अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ उस बीज को à¤à¥à¤°à¥‚मधà¥à¤¯ में आंतरिक रूप से देखने की कोशिश करें . याद रखिये जब आप आंख बंद करते ही उस बीज को लगातार देखने में समरà¥à¤¥ हो जायेंगे तब आप à¤à¤• विशेष कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ से यà¥à¤•à¥à¤¤ हो जायेंगे . वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ बाहà¥à¤¯ रूप से देखने की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ वासà¥à¤¤à¤µ में उस बीज को आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• रूप से आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ कर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ सिदà¥à¤§à¤¿ का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ मातà¥à¤° है मूल पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ तो आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• रूप से उस बीज के सिदà¥à¤§ होने पर है . जब à¤à¤¸à¤¾ हो जाठतो आप किसी à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मन ही मन में जो à¤à¥€ आदेश देते हैं वो उसे करता ही है . यही कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ किसी के चितà¥à¤° पर à¤à¥€ की जा सकती है . यदि हमें वशीकरण कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ न कर कà¥à¤²à¥€à¤‚ बीज को धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठसिदà¥à¤§ करना है तो हमें कà¥à¤²à¥€à¤‚ बीज के चारों तरफ़ लाल की बजाय पीला रंग à¤à¤°à¤¨à¤¾ होगा और और जप मनà¥à¤¤à¥à¤° को आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• रूप से करते रहना होगा . जैसे जैसे अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ में तीवà¥à¤°à¤¤à¤¾ आà¤à¤—ी लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ का आगमन à¤à¥€ बढ़ता जाà¤à¤—ा. उचà¥à¤šà¤¾à¤Ÿà¤¨ व विदà¥à¤µà¥‡à¤·à¤£ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में black रंग à¤à¤°à¤¾ जाता है . सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ लाठऔर आरोगà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठहरा रंग à¤à¤° कर लाठकी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की जाती है . à¤à¤¸à¥‡ कई दà¥à¤°à¥à¤²à¤ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— हैं इसी बीज मनà¥à¤¤à¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पर वे gupt हैं इस लिठउनका जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सदगà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ ही शिषà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ व पातà¥à¤°à¤¤à¤¾ का निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ कर के ही पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करते हैं. आप इस अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ को कर के देखिये सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही आपको इसके लाठदृषà¥à¤Ÿà¤¿-गोचर होंगे ही .                                         \                                         \                                         \          आप का ही                                       ****\ ARIF**** Add more friends to your messenger and enjoy! Go to http://messenger./invite/ Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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